Monday, June 3rd, 2024

वैक्सिंग के बाद होते हैं दाने और खुजली, इन बातों का रखें ख्याल


-क्या आप भी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें वैक्सिंग से डर लगता है? खुजली और जलन के कारण आप पार्लर में वैक्स नहीं करवाना चाहती हैं और हेयर रीमूवर या रेजर से काम चला रहीं हैं? तो यकीन मानिए यहां बताई गई टिप्स से आप वैक्सिंग को इंजॉय करेंगी और स्मूद स्किन के साथ बहुत सुंदर भी दिखेंगी।

-अक्सर वैक्सिंग के बाद खुजली और जलन होने लगती है। कई बार रैशेज भी हो जाते हैं। एस्ट्रिंजेंट से थोड़ी रहत मिलती है, लेकिन कुछ देर के लिए। घंटे भर में ही वहां सूजन और लाल चकत्ते हो जाते हैं। दरअसल, यह सब स्किन एलर्जी के कारण होता है।

-यह एलर्जी कई बार इतनी बढ़ जाती है कि यह खुजली की दिक्कत हमेशा के लिए हो जाती है। कुछ लोगों को वॉट्स भी निकल आते हैं। इससे बचने के लिए वैक्स करवाते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें:

टेस्टिंग बेहद जरूरी
    जब कभी वैक्सिंग के लिए पार्लर जाएं तो सबसे पहले वैक्स को टेस्ट कीजिए। किसी भी ब्यूटी प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले आप उसे स्किन पर लगाकर देखते हैं। फिर वैक्सिंग के समय यह लापरवाही क्यों? आमतौर पर वैक्स दो प्रकार की होती हैं- हार्ड वैक्स और सॉफ्ट वैक्स।
    हार्ड वैक्स डीप-रूटेड बालों के लिए अच्छी मानी जाती है, क्योंकि ये बहुत कम तापमान पर पिघल जाती है। जब आप इसे अप्लाई करेंगे तो यह आसानी से त्वचा पर फैल जाती है। यदि आपकी हेयर ग्रोथ ज्यादा है तो हार्ड वैक्स आपके लिए अच्छी रहेगी।

नैचरल वैक्स इस्तेमाल करें
    स्किन एलर्जी से बचने के लिए नैचरल वैक्स का प्रयोग करें। इटैलियन वैक्स आपके लिए नई जरूर होगी, लेकिन इसके फायदे बहुत हैं। यह नाजुक और मुलायम त्वचा वालों के लिए अच्छा विकल्प है। इटैलियन वैक्स, वैक्सिंग के बाद होने वाली खुजली और जलन से त्वचा को निजात दिलाती है।
    यह पूरी तरह नैचरल है। यह सामान्य वैक्स की तुलना में थोड़ी महंगी होती है। इसे ऑलिव ऑयल और ग्लिसरिन को मिलाकर बनाया जाता है। यह एक लिपोसोल्युबल वैक्स (liposoluble wax) यानी घुलनशील वैक्स है। इसकी खासियत यह होती है कि यह पेनलेस (painless) होती है। साथ ही इससे केमिकल रिएक्शन (chemical reaction) होने की संभावना कम रहती है।
    नॉर्मल स्किन के लिए टाइटेनियम (Titanium), ड्राई स्किन के लिए चॉकलेट और स्ट्रॉबेरी, बहुत ड्राई स्किन के लिए कोकोनट और ऑलिव ऑयल और सेंसिटिव स्किन के लिए हनी मिल्क, एलोवेरा और ग्रीन एप्पल के विकल्प हैं।

होममेड वैक्स
-होम मेड वैक्स के लिए आपको ज्यादा झंझट करने की आवश्यकता नहीं है। घर पर आप दो तरीके से वैक्स तैयार कर सकते हैं। एक शुगर से और दूसरा बी वैक्स और रोजिन से। यदि आपको वैक्स से स्किन एलर्जी है तो घर पर ही वैक्स करें।


शुगर वैक्स
    यदि आपके पास वैक्स मशीन है तो काम आसान हो जाता है। फुल आर्म्स वैक्सिंग के लिए 200 ग्राम चीनी, एक बड़ा नींबू और 2 कप चाहिए। अब वैक्सिंग मशीन या किसी पैन में सबसे पहले पानी डालें। पानी के गर्म होते ही उसमें चीनी डालें। इसे तक तक चलाते रहें जब तक कि यह पिघलकर सिरप न बन जाए।
    अब पैन बंद कर दें और उसमें नीबू का रस मिला दें। लेमन जूस स्किन विटामिन-C का काम करता है। यह वैक्स के बाद होने वाली खुजली और जलन से बचाता है। खुशबू के लिए इसमें टी ट्री ऑयल या लेमन पील्स यानी नींबू के छिलके भी मिला सकते हैं। स्किन ड्राई के लिए वैक्स ठंडा होने के बाद उसमें ग्लिसरिन मिला लीजिए।

बी वैक्स और रोजिन
    केमिस्ट शॉप या ब्यूटी शॉप से बी वैक्स और रोजिन आसानी से मिल जाता है। बी-वैक्स नॉन टॉक्सिक होता है। इससे न तो आपको और न ही पर्यावरण को नुक्सान पहुंचता है। इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
    इसके लिए मशीन में एक चौथाई कप बी-वैक्स और 2 टेबलस्पून रोजिन मिलाएं। इसे तब तक हिलाते रहें जब तक यह पिघलकर वैक्स न बन जाए। बी वैक्स से स्किन हेल्दी तो रहेगी ही, बल्कि हेयर ग्रोथ भी कम होगी।


स्किन फ्रेंडली स्ट्रिप्स
    वैक्स के चयन के बाद बारी आती है स्ट्रिप्स की। स्ट्रिप्स हमेशा डेनिम की इस्तेमाल करें। यह बजट फ्रेंडली तो होते ही हैं, री-साइकिल भी हो जाते हैं। इन्हें धोकर आप फिर से से यूज़ कर सकते हैं।
    जबकि डिस्पोजेबल स्ट्रिप्स इजी तो कैरी होती है। लेकिन पर्यावरण और आपकी जेब के लिए अच्छी नहीं होती। डेनिम से बने स्ट्रिप्स हमेशा स्किन फ्रेंडली होते हैं। लगातार इस्तेमाल से यह सॉफ्ट हो जाते हैं।

हेयर ट्रिम करें
यदि आपके बाल लंबे और सख्त हैं तो इन्हें ट्रिम कर लीजिए। डीप रूटेड बालों में अक्सर वैक्स के बाद ब्रेक हेयर और बॉयल्स हो जाते हैं। इस दिक्कत से बचने के लिए बालों को ट्रिमर से ट्रिम कर लें। फिर उसके बाद वैक्स करें।


स्किन को टोन करें
    घर पर ही टोनर तैयार करें। ग्रीन टी को रातभर पानी में डिप करके रखें। अगले दिन इसे छानकर एक बॉटल में भर कर रख लें। प्रिजर्व करने के लिए लेमन जूस मिला लें। ग्लिसरिन, गुलाबजल और नींबू का टोनर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
    वैक्स से पहले टोनर से मसाज करें। इससे आपको वैक्सिंग के बाद खुजली नहीं होगी। वैक्सिंग के बाड़ी एलोवेरा जेल लगाएं। एलोवेरा स्किन बर्न को हील करती है।

थोड़ी हिदायतें
    इन बातों को ध्यान रखेंगे तो वैक्स के बाद आपको स्किन रैशेज की प्रॉब्लम नहीं होगी। एक बार में कभी भी ज्यादा वैक्स न लगाएं। इससे स्किन बर्न होने के चांसेज रहते हैं। स्पेच्युला में थोड़ी- थोड़ी वैक्स लेकर लगाएं।
    वैक्स लगाने से पहले हमेशा देखें कि यह कहीं ज्यादा गर्म तो नहीं। वैक्स को हमेशा हेयर ग्रोथ के डायरेक्शन में लगाएं। वैक्स लगाने के बाद स्ट्रिप को हेयर ग्रोथ की उल्टी डायरेक्शन की तरफ खींचें।

Source : Agency

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